Sparsh ....ho mere !
Pages
Home
Mera Parichay
Pahchan
Mairi Manzil
सर्वाधिकार सुरक्षित : - यहाँ प्रकाशित किन्ही भी पंक्तियों को बिना लेखक की पूर्व अनुमति के कहीं भी प्रकाशित करना पूर्णतया अवैध है.
Sunday, February 05, 2012
हर ज़िन्दगी
हर ज़िन्दगी मंजिल को पा लेगी ज़रूरी तो नहीं,
कुछ जिंदगियाँ अधूरी कहानियों की तरह बिखर भी जाती हैं !!
-Anju
Newer Post
Older Post
Home